google.com,pub-4203246791823409 , DIRECT, f08c47fec0942fa0 राजस्थान के इस जिले में सोना ही सोना

राजस्थान के इस जिले में सोना ही सोना

 

राजस्थान के इस जिले में सोना ही सोना

राजस्थान के इस जिले में 

सोना ही सोना



114.76 मिलियन टन स्वर्ण की खोज बांसवाड़ा के जनजाति बहुल क्षेत्र में हुई है। खनन का ठेका लेने वाली फर्म ने 100 करोड़ रुपए सरकार को जमा कर दिए हैं। एलओआई (मंशा पत्र) के लिए भी आवेदन किया गया है। राजस्थान, आंध्रप्रदेश, झारखंड और कर्नाटक के बाद स्वर्णखनन करने वाला चौथा राज्य होगा। रतलाम की एक फर्म ने 65.30 प्रतिशत बोली लगाई है। फर्म ने उद्योग विभाग से 8 हजार करोड़ रुपये का अनुबंध किया है। एलओआई के लिए आवेदन करने से पहले आवश्यक सौ करोड़ रुपये जमा कर दिए गए। सरकार को उदयपुर स्थित खनिज निदेशालय से एलओआई के लिए फाइल भेजी गई है।



फर्म का दावा है कि एलओआई 6 महीने में मिलेगा


मेकाम शुरू होगा। खनन करने से पहले कई एनओसी लेने की आवश्यकता है। साथ ही जमीन अधिग्रहण करना और अन्य कार्य करना होगा। खनन की नीलामी 6 मार्च 2024 को सरकार ने की थी। इसमें पांच फर्मों ने भाग लिया।

सोने में लगेंगे चार से पांच वर्ष।

943 हेक्टेयर क्षेत्र में खनन घाटोल और काकरिया में होगा। स्वर्ण भंडार की सूचना मिलने के बाद खनन कंपनी को स्थापित करने में लगभग ३३ वर्ष लगे, वहीं सोना निकलने में चार से पांच वर्ष और लगेंगे। साथ ही, बांसवाड़ा को स्वर्ण खनन करने वाले चार अलग-अलग राज्यों में शामिल किया जाएगा। सोना रेत के छोटे-छोटे कण बांसवाड़ा में मिले हैं।

वर्ष 1990 और 1991


199 में यहाँ सर्वे हुआ था। इसमें स्वर्ण के लक्षण पाए गए। 69.658 वर्ग किमी का क्षेत्र तीन ब्लॉकों की खोज के लिए आरक्षित करके भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण किया गया था। एक्सप्लोरेशन के दौरान 15 ब्लॉकों में 171 बोर होल्स में 46037.17 मीटर ड्रिलिंग की गई। विश्लेषण से पता चला कि 14 ब्लॉकों में लगभग 114.76 मिलियन टन (1.945 ग्राम प्रति टन) सोने का भंडार है।


14 वर्ग किमी में स्वर्ण भंडार भुकिया-जगपुरा के 14 वर्ग किमी में है। अन्वेषण में 114.76 मिलियन टन स्वर्ण अयस्क में 222.39 टन स्वर्ण धातु था। 1 लाख 74 हजार टन से अधिक तांबा निकलेगा, 9 700 टन से अधिक निकल जाएगा और 13 500 टन से अधिक कोबाल्ट निकलेगा।

बांसबाड़ी

Post a Comment

और नया पुराने